कोरियाई भाषा में विशेष रूप से दो शब्द बहुत महत्वपूर्ण होते हैं जब हम मात्रा में बदलाव की बात करते हैं: 키우다 (बढ़ाना) और 줄이다 (घटाना)। ये दोनों शब्द कोरियाई भाषा में मात्रात्मक समायोजन को दर्शाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं। इस लेख में हम इन दोनों शब्दों के प्रयोग, उदाहरणों के साथ व्याख्या और उनके बीच के अंतर को समझेंगे।
키우다 (बढ़ाना)
키우다 का अर्थ होता है किसी चीज की मात्रा या आकार को बढ़ाना। यह शब्द अक्सर विकास या विस्तार से संबंधित संदर्भों में प्रयोग होता है।
– 저는 제 돈을 키우기 위해 투자를 하고 있어요.
(मैं अपने पैसे बढ़ाने के लिए निवेश कर रहा हूँ।)
– 우리는 회사의 사업을 키우기 위해 노력하고 있어요.
(हम कंपनी के व्यापार को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे हैं।)
줄이다 (घटाना)
줄이다 का अर्थ होता है किसी चीज की मात्रा या आकार को घटाना। यह शब्द सामान्यत: कमी या सीमित करने के संदर्भों में प्रयोग होता है।
– 저는 비용을 줄이기 위해 저렴한 상품을 구매하고 있어요.
(मैं लागत कम करने के लिए सस्ते उत्पाद खरीद रहा हूँ।)
– 회사는 직원 수를 줄이기로 결정했어요.
(कंपनी ने कर्मचारियों की संख्या कम करने का फैसला किया है।)
मात्रात्मक समायोजन में उपयोग
키우다 और 줄이다 दोनों का प्रयोग मात्रात्मक समायोजन के लिए किया जाता है, लेकिन उनके प्रयोग के तरीके और संदर्भ अलग-अलग होते हैं। जहां 키우다 का प्रयोग वृद्धि और विस्तार के लिए होता है, वहीं 줄이다 का प्रयोग कमी और संकुचन के लिए होता है।
व्यावहारिक उदाहरण
– 키우다:
– 우리는 식당의 메뉴를 키우기로 결정했어요.
(हमने रेस्तरां के मेनू को बढ़ाने का निर्णय लिया है।)
– 줄이다:
– 이번 달에는 지출을 줄이려고 해요.
(इस महीने मैं खर्च कम करने की कोशिश कर रहा हूँ।)
निष्कर्ष
키우다 और 줄이다 दोनों ही कोरियाई भाषा में महत्वपूर्ण शब्द हैं जो मात्रात्मक समायोजन को दर्शाते हैं। इन शब्दों की सही समझ और प्रयोग से आप कोरियाई भाषा में अधिक प्रभावी ढंग से संवाद कर सकते हैं।