किसी भी भाषा को सीखने की प्रक्रिया में उसके मूलभूत शब्दों और वाक्यांशों की समझ बहुत आवश्यक होती है। कोरियाई भाषा में दो ऐसे शब्द हैं जो अक्सर नए शिक्षार्थियों को भ्रमित करते हैं: 누르다 (नुरुदा) और 당기다 (दांग्गीदा)। ये शब्द क्रमशः ‘पुश’ (धकेलना) और ‘पुल’ (खींचना) के लिए प्रयुक्त होते हैं। इस लेख में, हम इन शब्दों के उपयोग और उनके अर्थों को विस्तार से समझेंगे।
누르다 (नुरुदा) का अर्थ और उपयोग
누르다 का शाब्दिक अर्थ होता है ‘दबाना’ या ‘धकेलना’। यह शब्द आमतौर पर दरवाजे को खोलने के लिए उपयोग किया जाता है जब उसे धकेलने की आवश्यकता होती है। यह शब्द अक्सर दरवाजे पर लगे संकेतों में देखा जा सकता है ताकि लोगों को पता चल सके कि दरवाजे को कैसे खोलना है।
문을 누르세요.
(मुनुल नुरुसेयो.)
“कृपया दरवाजे को धकेलें।”
इस वाक्य का प्रयोग तब किया जाता है जब आप किसी को दरवाजा खोलने के लिए कह रहे हों और उन्हें बताना हो कि उसे धकेलना है।
당기다 (दांग्गीदा) का अर्थ और उपयोग
당기다 का अर्थ होता है ‘खींचना’। यह शब्द उस समय उपयोग में लाया जाता है जब दरवाजे को खोलने के लिए उसे अपनी ओर खींचना पड़ता है। यह भी अक्सर दरवाजों पर लगे संकेतों में दिखाई देता है।
문을 당기세요.
(मुनुल दांग्गीसेयो.)
“कृपया दरवाजे को खींचें।”
यह वाक्य उस समय उपयोगी होता है जब आप किसी को दरवाजा खोलने के निर्देश दे रहे हों और यह बताना हो कि दरवाजे को खींचना है।
दरवाजे के संकेतों की समझ
कोरिया में, दरवाजों पर अक्सर 누르다 या 당기다 लिखा होता है, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि दरवाजे को किस प्रकार से खोलना है। यदि आप कोरिया यात्रा कर रहे हैं या कोरियाई भाषा सीख रहे हैं, तो इन शब्दों को समझना और पहचानना महत्वपूर्ण है।
यह जानना कि कब दरवाजे को धकेलना है और कब खींचना है, यह न केवल आपके दैनिक जीवन को सुगम बनाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि आप भाषाई और सांस्कृतिक नुक्तों को कितना अच्छे से समझते हैं।
निष्कर्ष
누르다 और 당기다 कोरियाई भाषा के दो महत्वपूर्ण शब्द हैं जो आपको दरवाजे के संकेतों को समझने में मदद करते हैं। इन शब्दों की सही समझ आपको कोरिया में आसानी से घूमने-फिरने और वहां की संस्कृति को अधिक गहराई से अनुभव करने में सहायक हो सकती है।