हिब्रू भाषा सीखने की यात्रा में जब आप सी2 स्तर पर पहुँचते हैं, तो आपका शब्दकोष अत्यधिक समृद्ध होना चाहिए। इस स्तर पर, आपको उन शब्दों और वाक्यांशों की जानकारी होनी चाहिए जो न केवल रोज़मर्रा की बातचीत में उपयोगी होते हैं, बल्कि जटिल और विश्लेषणात्मक संवादों में भी सहायक होते हैं। इस लेख में, हम हिब्रू भाषा के 50 आवश्यक शब्दों पर चर्चा करेंगे जो आपको सी2 स्तर पर आवश्यक रूप से जानने चाहिए।
हिब्रू के 50 आवश्यक शब्द
1. אהבה (अहवा)
इसका अर्थ है प्रेम। यह एक महत्वपूर्ण शब्द है जो विभिन्न संदर्भों में प्रयोग होता है।
2. חירות (खेरूत)
इसका अर्थ है स्वतंत्रता। यह शब्द ऐतिहासिक और वर्तमान संदर्भों में महत्वपूर्ण है।
3. כבוד (कवोद)
इसका अर्थ है सम्मान। यह व्यक्तिगत और सामाजिक रिश्तों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
4. תיקווה (तिक्वा)
इसका अर्थ है आशा। यह शब्द जीवन में सकारात्मकता को दर्शाता है।
5. שלום (शलोम)
इसका अर्थ है शांति। इसे अभिवादन के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
6. חכמה (खोखमा)
इसका अर्थ है बुद्धिमानी। यह शब्द शिक्षा और ज्ञान के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
7. אמת (एमेट)
इसका अर्थ है सच्चाई। यह नैतिक और दार्शनिक चर्चाओं में अक्सर प्रयोग होता है।
8. צדק (त्सेदेक)
इसका अर्थ है न्याय। यह कानूनी और सामाजिक संदर्भों में महत्वपूर्ण है।
9. רוח (रूअह)
इसका अर्थ है आत्मा या आत्मा की शक्ति। यह आध्यात्मिक और दार्शनिक चर्चाओं में उपयोगी है।
10. תקווה (तिक्वा)
इसका अर्थ है आशा। यह शब्द जीवन के विभिन्न पहलुओं में सकारात्मकता दर्शाता है।
11. עבודה (अवोदा)
इसका अर्थ है कार्य या मजदूरी। यह शब्द पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन में महत्वपूर्ण है।
12. חירות (खेरूत)
इसका अर्थ है स्वतंत्रता। यह शब्द व्यक्तिगत और सामाजिक स्वतंत्रता के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
13. ידידות (यदिदूत)
इसका अर्थ है मित्रता। यह व्यक्तिगत और सामाजिक रिश्तों में महत्वपूर्ण है।
14. בריאות (बेरियूत)
इसका अर्थ है स्वास्थ्य। यह शब्द चिकित्सा और जीवनशैली में महत्वपूर्ण है।
15. עוצמה (ओत्समा)
इसका अर्थ है शक्ति। यह शब्द शारीरिक और मानसिक शक्ति के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
16. כבוד (कवोद)
इसका अर्थ है सम्मान। यह व्यक्तिगत और सामाजिक रिश्तों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
17. מוסר (मूसार)
इसका अर्थ है नैतिकता। यह शब्द नैतिक और दार्शनिक चर्चाओं में महत्वपूर्ण है।
18. יצירתיות (येत्सिरातियूत)
इसका अर्थ है रचनात्मकता। यह कला, विज्ञान और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है।
19. סבלנות (सवलूनूत)
इसका अर्थ है धैर्य। यह व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में महत्वपूर्ण है।
20. אמונה (एमुना)
इसका अर्थ है विश्वास। यह धार्मिक और व्यक्तिगत विश्वास के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
21. שלום (शलोम)
इसका अर्थ है शांति। इसे अभिवादन के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
22. חכמה (खोखमा)
इसका अर्थ है बुद्धिमानी। यह शब्द शिक्षा और ज्ञान के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
23. אמת (एमेट)
इसका अर्थ है सच्चाई। यह नैतिक और दार्शनिक चर्चाओं में अक्सर प्रयोग होता है।
24. צדק (त्सेदेक)
इसका अर्थ है न्याय। यह कानूनी और सामाजिक संदर्भों में महत्वपूर्ण है।
25. רוח (रूअह)
इसका अर्थ है आत्मा या आत्मा की शक्ति। यह आध्यात्मिक और दार्शनिक चर्चाओं में उपयोगी है।
26. תקווה (तिक्वा)
इसका अर्थ है आशा। यह शब्द जीवन के विभिन्न पहलुओं में सकारात्मकता दर्शाता है।
27. עבודה (अवोदा)
इसका अर्थ है कार्य या मजदूरी। यह शब्द पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन में महत्वपूर्ण है।
28. חירות (खेरूत)
इसका अर्थ है स्वतंत्रता। यह शब्द व्यक्तिगत और सामाजिक स्वतंत्रता के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
29. ידידות (यदिदूत)
इसका अर्थ है मित्रता। यह व्यक्तिगत और सामाजिक रिश्तों में महत्वपूर्ण है।
30. בריאות (बेरियूत)
इसका अर्थ है स्वास्थ्य। यह शब्द चिकित्सा और जीवनशैली में महत्वपूर्ण है।
31. עוצמה (ओत्समा)
इसका अर्थ है शक्ति। यह शब्द शारीरिक और मानसिक शक्ति के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
32. כבוד (कवोद)
इसका अर्थ है सम्मान। यह व्यक्तिगत और सामाजिक रिश्तों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
33. מוסר (मूसार)
इसका अर्थ है नैतिकता। यह शब्द नैतिक और दार्शनिक चर्चाओं में महत्वपूर्ण है।
34. יצירתיות (येत्सिरातियूत)
इसका अर्थ है रचनात्मकता। यह कला, विज्ञान और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है।
35. סבלנות (सवलूनूत)
इसका अर्थ है धैर्य। यह व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में महत्वपूर्ण है।
36. אמונה (एमुना)
इसका अर्थ है विश्वास। यह धार्मिक और व्यक्तिगत विश्वास के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
37. שלום (शलोम)
इसका अर्थ है शांति। इसे अभिवादन के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।
38. חכמה (खोखमा)
इसका अर्थ है बुद्धिमानी। यह शब्द शिक्षा और ज्ञान के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
39. אמת (एमेट)
इसका अर्थ है सच्चाई। यह नैतिक और दार्शनिक चर्चाओं में अक्सर प्रयोग होता है।
40. צדק (त्सेदेक)
इसका अर्थ है न्याय। यह कानूनी और सामाजिक संदर्भों में महत्वपूर्ण है।
41. רוח (रूअह)
इसका अर्थ है आत्मा या आत्मा की शक्ति। यह आध्यात्मिक और दार्शनिक चर्चाओं में उपयोगी है।
42. תקווה (तिक्वा)
इसका अर्थ है आशा। यह शब्द जीवन के विभिन्न पहलुओं में सकारात्मकता दर्शाता है।
43. עבודה (अवोदा)
इसका अर्थ है कार्य या मजदूरी। यह शब्द पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन में महत्वपूर्ण है।
44. חירות (खेरूत)
इसका अर्थ है स्वतंत्रता। यह शब्द व्यक्तिगत और सामाजिक स्वतंत्रता के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
45. ידידות (यदिदूत)
इसका अर्थ है मित्रता। यह व्यक्तिगत और सामाजिक रिश्तों में महत्वपूर्ण है।
46. בריאות (बेरियूत)
इसका अर्थ है स्वास्थ्य। यह शब्द चिकित्सा और जीवनशैली में महत्वपूर्ण है।
47. עוצמה (ओत्समा)
इसका अर्थ है शक्ति। यह शब्द शारीरिक और मानसिक शक्ति के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
48. כבוד (कवोद)
इसका अर्थ है सम्मान। यह व्यक्तिगत और सामाजिक रिश्तों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
49. מוסר (मूसार)
इसका अर्थ है नैतिकता। यह शब्द नैतिक और दार्शनिक चर्चाओं में महत्वपूर्ण है।
50. יצירתיות (येत्सिरातियूत)
इसका अर्थ है रचनात्मकता। यह कला, विज्ञान और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है।
सी2 स्तर की यात्रा में ये 50 शब्द आपके संवाद को समृद्ध और प्रभावी बनाएंगे। हिब्रू भाषा की गहराई और सुंदरता को समझने के लिए इन शब्दों का सही उपयोग करना आवश्यक है। इस स्तर पर, शब्दों का सही उच्चारण, संदर्भ और उपयोग आपकी भाषा में महारथ को दर्शाता है। इन शब्दों को अपने दैनिक अभ्यास में शामिल करें और देखें कि कैसे आपका हिब्रू भाषा का ज्ञान नई ऊँचाइयों तक पहुँचता है।