कृपया (कृपा देने की अभिव्यक्ति) – यह शब्द विनम्रता और अनुरोध को दर्शाता है।
कृपया मुझे यह पुस्तक दे दीजिए।
धन्यवाद (आभार प्रकट करने की अभिव्यक्ति) – इसका प्रयोग किसी के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए किया जाता है।
आपने मेरी मदद की, धन्यवाद।
सुप्रभात (दिन की शुरुआत में उपयोग होने वाली अभिव्यक्ति) – यह दिन की शुरुआत में किसी का अभिवादन करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
सुप्रभात, कैसे हैं आप?
शुभ रात्रि (रात को सोने से पहले उपयोग होने वाली अभिव्यक्ति) – इसका प्रयोग रात को सोने से पहले किसी का अभिवादन करने के लिए किया जाता है।
शुभ रात्रि, सपने में मिलते हैं।
क्षमा करें (माफी मांगने की अभिव्यक्ति) – यह अभिव्यक्ति किसी गलती या असुविधा के लिए माफी मांगने के उपयोग में आती है।
क्षमा करें, मैंने आपको अनजाने में ठेस पहुँचाई।
आपका स्वागत है (प्रतिक्रिया स्वरूप आभार की अभिव्यक्ति) – यह तब इस्तेमाल होता है जब कोई व्यक्ति आपको धन्यवाद कहता है और आप उसे प्रतिक्रिया देना चाहते हैं।
आपका धन्यवाद, आपका स्वागत है।
माफ़ कीजियेगा (विनम्रता से कुछ अनुरोध करने या ध्यान आकर्षित करने की अभिव्यक्ति) – यह तब प्रयोग किया जाता है जब आप किसी से कुछ कहना चाहते हैं या उनका ध्यान चाहते हैं।
माफ़ कीजियेगा, क्या आप मुझे रास्ता बता सकते हैं?
आप कैसे हैं? (व्यक्ति के स्वास्थ्य या स्थिति के बारे में पूछताछ करने की अभिव्यक्ति) – इस वाक्यांश का उपयोग किसी की कुशलता या हालचाल जानने के लिए किया जाता है।
नमस्ते, आप कैसे हैं?
आपसे मिलकर खुशी हुई (मुलाकात की समाप्ति पर उपयोग होने वाली अभिव्यक्ति) – इसका प्रयोग किसी से मिलने के बाद विदाई लेते समय किया जाता है।
आपसे मिलकर खुशी हुई, फिर मिलेंगे।
जी हाँ (सहमति या सकारात्मक प्रतिक्रिया की अभिव्यक्ति) – इसका उपयोग किसी बात की सहमति देने के लिए किया जाता है।
क्या आप चाय पिएंगे? जी हाँ, धन्यवाद।
जी नहीं (असहमति या नकारात्मक प्रतिक्रिया की अभिव्यक्ति) – इसका उपयोग किसी बात की असहमति देने के लिए किया जाता है।
क्या आप खेलने जा रहे हैं? जी नहीं, मैं व्यस्त हूँ।
ये विभिन्न अभिव्यक्तियाँ हिंदी भाषा में शिष्टाचार और शिष्टता बनाए रखने में मदद करती हैं और सामाजिक संवाद में आपकी व्यक्तित्व को उजागर करती हैं।