अंग्रेजी व्याकरण में संयोजक (Conjunctions)
संयोजक (Conjunctions) भाषा विज्ञान में एक महत्वपूर्ण भाग होते हैं जो वाक्यों और वाक्यांशों को एक साथ जोड़ने का कार्य करते हैं। इनका प्रमुख उद्देश्य वाक्यों को एकत्रित करना होता है और मतलब प्रदान करना होता है। इसलिए उन्हें कारक, सम्बंधक, विभक्तिवाचक, या पूंरक या काल संकेतक के रूप में सुझाया जा सकता है।
संयोजकों की क्षमताएं
संयोजकों की क्षमताएं अंग्रेजी व्याकरण में बहुत महत्वपूर्ण होती हैं क्योंकि यह वचन, वाक्य, और वाक्यांशों को सार्थक और संरचित बनाने में मदद करती हैं। कुछ महत्वपूर्ण क्षमताएं इस प्रकार हैं:
1. संयोजक वाक्यों का सार्थक बनाने में मदद करते हैं: संयोजकों का उपयोग करके हम वाक्यों को सार्थक बना सकते हैं। यह संयोजक वाक्यांशों को एकत्रित करके एक पूर्ण वाक्य बनाने में मदद करते हैं। उदाहरण के लिए: “मैं खाना बना रही थी और मेरे दोस्त आ गए।”
2. संयोजक बीच में संबंध स्थापित करते हैं: संयोजक वाक्यांशों का उपयोग करके हम दो वाक्यों के बीच में संबंध स्थापित कर सकते हैं। यह हमें वाक्यों के बीच के मतलब को स्पष्ट करने में मदद करता है। उदाहरण के लिए: “राम गया हो सकता है या वह वापस लौटा हो सकता है।”
3. संयोजक वाक्यांशों के माध्यम से विचारों को संघटित करते हैं: संयोजक वाक्यांशों के द्वारा, हम विचारों को संघटित कर सकते हैं जो संगठित, सुसंगत, और प्रभावी तरीके से प्रस्तुत होते हैं। यह हमारे लेख, भाषण, या अन्य सार्वजनिक भाषण को सटीकता और प्रभावशाली बनाने में मदद करता है।
प्रमुख संयोजकों के उदाहरण
दिए गए हैं कुछ प्रमुख संयोजकों के उदाहरण:
1. और (And): यह संयोजक दो समानताएं, विभक्तिवाचक, क्रियापद, वाक्य, या वाक्यांशों को मिलाता है। उदाहरण के लिए: “राम गया हो सकता है और वह वापस लौटा हो सकता है।”
2. पर (But): यह संयोजक दो विपरीत या विपरीतार्थक विचारों को मिलाता है। उदाहरण के लिए: “राम लिखता है, पर भगवान बोलते हैं।”
3. लेकिन (However): यह संयोजक दो विपरीत या विपरीतार्थक विचारों की एक सीमा बताता है। उदाहरण के लिए: “राम दौड़ता है, लेकिन मोहन चलता है।”
4. परन्तु (However): यह संयोजक दो विपरीत या विपरीतार्थक विचारों की एक सीमा बताता है। उदाहरण के लिए: “मैं गाता हूँ, परन्तु वह नाचता है।”
5. या (Or): यह संयोजक विचारों के बीच एक विकल्प या प्रस्ताव को स्थापित करता है। उदाहरण के लिए: “मैं गाना गाऊंगा या मैं नाचूंगा।”
6. जबकि (While): यह संयोजक दो निर्दिष्ट क्रियाएं या प्रवृत्तियां साथ में घट रही होती हैं। उदाहरण के लिए: “तुम कहते हो कि वह सो रहा है, जबकि मैं सुनता हूँ कि वह गाना गा रहा है।”
7. कि (That): यह संयोजक एक बात या अभिव्यक्ति को दूसरे के संबंध में स्थापित करता है। उदाहरण के लिए: “मैं चाहता हूँ कि तुम आए।”
8. जब (When): यह संयोजक क्रिया की अवधि को दिखाता है जबकि दूसरी क्रिया हो रही होती है। उदाहरण के लिए: “मैं सड़क पार कर रहा था जब तुम्हें देखा।”
9. आदि (And so on): यह संयोजक एक सूची या सर्वसाधारण वाक्य का उल्लेख करता है। उदाहरण के लिए: “किताबें, पेंसिल, एवं आदि मेरे बैग में हैं।”
10. तो (So): यह संयोजक क्रिया-प्रवृत्ति के परिणाम या नतीजे को दिखाता है। उदाहरण के लिए: “मैंने बहुत मेहनत की, तो मुझे नया कार्यक्रम मिला।”
संयोजकों का प्रयोग
इस लेख में हमने कुछ प्रमुख संयोजकों के उदाहरण देखे हैं, लेकिन यह बहुत ही सीमित संख्या है। अंग्रेजी भाषा में अनेक संयोजक हैं जो अलग-अलग प्रकार की संयोजनाएं स्थापित करते हैं। इन्हें अपनी भाषा में उपयोग करने के लिए क्यूंकि ये हमारे वाक्यों को संरचित, प्रभावी, और समझदार बनाते हैं। संयोजकों को सही ढंग से प्रयोग करने का आवश्यकता है।
संयोजकों को प्रयोग करने के लिए आपको उनके तत्वों और उनके संयोजनाओं को समझने की जरूरत होती है। यह आपको वाक्य के संरचना में आवश्यक बदलाव करने में मदद करेगा। ध्यान देने योग्य बातें शामिल हैं:
1. संयोजकों का प्रयोग करने से पहले विचार करें: कई बार हम विचार में असंगतता या शांति संयोजक के बिना वाक्यों को जोड़ने की कोशिश करते हैं। इसलिए, हमें हमारे विचारों को सही क्रम में रखने, हर वाक्य के मानचित्र की एकांतता का सुनिश्चय करने, और संभावित संवाद के मतलब को साफ़ करने के लिए संयोजकों का सही प्रयोग करना चाहिए।
2. संयोजक का सही प्रयोग करने के लिए अभिप्रेत वाक्य संरचना का उपयोग करें: अभिप्रेत वाक्य संरचना संयोजकों के प्रयोग को और अधिक सुसंगत बना सकता है। हमें संयोजक के प्रत्येक पहलू के लिए सही समर्पण और Uttar mimamsha की आवश्यकता होती है।
3. संयोजक के प्रयोग से पहले पूर्ण वाक्यों का प्रयोग करें: संयोजक का प्रयोग करने से पहले, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमको संयोजकों को पूर्ण वाक्यों के माध्यम से प्रयोग करना चाहिए। इससे हम अच्छी तरह से समझ सकते हैं कि कौन सा संयोजक समय या क्रिया की संबंधितता को दर्शाता है।
संयोजकों के प्रकार
अंग्रेजी व्याकरण में कई प्रकार के संयोजक होते हैं जो वाक्यों को एक साथ मिलाने के अलावा विभिन्न रूपों में उपयोग किए जा सकते हैं। प्रमुख संयोजकों की एक छोटी सूची निम्नलिखित है:
1. Coordinating Conjunctions: ये संयोजक वाक्यों या समानताओं को मिलाते हैं। इसके प्रमुख प्रतिनिधि शब्द हैं: and, but, or, yet, so, nor।
2. Subordinating Conjunctions: ये संयोजक एक प्रमुख वाक्य को एक प्रमुख वाक्य होने के लिए संगठित कर प्रभावित करते हैं। इसके प्रमुख प्रतिनिधि शब्द हैं: because, although, since, if, when, while, until, unless।
3. Correlative Conjunctions: ये संयोजक वाक्यांशों के बीच संबंध स्थापित करते हैं और मिलाने और प्रभावित करने के लिए प्रयुक्त होते हैं। इसके प्रमुख प्रतिनिधि शब्द हैं: either…or, neither…nor, not only…but also, both…and, whether…or, as…as।
4. Conjunctive Adverbs: ये वाक्य संयोजक होते हैं जो दो वाक्यों के माध्यम से संबंध स्थापित करते हैं और सामरिकता प्रदान करते हैं। इसके प्रमुख प्रतिनिधि शब्द हैं: therefore, however, moreover, therefore, nevertheless, consequently, hence, furthermore।
उदाहरण के साथ संयोजकों का प्रयोग
संयोजकों का सही प्रयोग आपके वाक्यों को अच्छे से संरचित और प्रभावी बना सकता है। उदाहरण के रूप में, यहां कुछ वाक्य हैं जिनमें संयोजकों का प्रयोग किया गया है:
1. Coordinating Conjunctions:
– She likes to read and he likes to write.
– He is tall, but she is short.
– You can go home now, or you can stay here.
– I am tired, yet I still have work to do.
– I studied hard, so I passed the exam.
– He can’t dance, nor can he sing.
2. Subordinating Conjunctions:
– She went to the party because her friends invited her.
– Although it was raining, they still went out.
– I have been living here since I was a child.
– If it rains, we will stay inside.
– She called her mother when she arrived home.
– He ate a sandwich while watching television.
– He will not go out until he finishes his homework.
– You can go to the park unless it is raining.
3. Correlative Conjunctions:
– You can either choose to stay home or go out with your friends.
– Neither he nor she knew the answer.
– Not only did he study for the test, but also he reviewed all the notes.
– Both the children and their parents enjoyed the trip.
– Whether it rains or shines, we will have a picnic.
– He is as tall as his brother.
4. Conjunctive Adverbs:
– I missed the bus; therefore, I had to walk to work.
– She loves pop music; however, he prefers classical music.
– He loves ice cream; moreover, he eats it every day.
– The weather was bad; therefore, we decided to stay home.
– He is a good student; nevertheless, he sometimes struggles with math.
– She worked hard; consequently, she achieved success.
– He was late for the meeting; hence, he missed an important discussion.
– He is smart; furthermore, he is also kind.
संपर्क शब्द (Correlatives)
संपर्क शब्द (Correlatives) एक दूसरे के संपेक्ष में संबंधित शब्द होते हैं जो संयोजक के तौर पर कार्य करते हैं। वे एक साथ उपयोग किए जाते हैं और विचारों को संपूर्ण बनाने के लिए एक दूसरे के संगठन को पूरा करते हैं। ये संपर्क शब्द पन्ध्रवनी परिवर्तन युगम (Fifteen Conversion Couples) के रूप में जाने जाते हैं और अक्सर वाक्य के आखिरी पक्ष पर उपयोग होते हैं। यदि हम दो तत्वों के बीच जुड़ाव का संदर्भ प्रदान करना चाहते हैं, तो हम इन संपर्क शब्दों का उपयोग कर सकते हैं।
इसलिए, ये संपर्क शब्द विचारों को संपूर्ण बनाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इन संपर्क शब्दों का उपयोग व्यक्तिगत लेख, भाषण, या संवाद में मतलब को स्पष्ट करने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, इन्हें भाषा को और सुंदर, प्रभावी, और प्रभावशाली बनाने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।
उदाहरण के साथ संपर्क शब्दों का प्रयोग
यहां कुछ उदाहरण हैं जिनमें संपर्क शब्दों का प्रयोग किया गया है:
– I can either go to the bookstore or to the library to buy a new book.
– He neither called me nor sent me a message to inform about his absence.
– Not only did he lose his wallet, but also he lost his phone.
– I like both swimming and playing tennis.
– I don’t know whether he will come to the party or not.
– She is as intelligent as she is beautiful.
संबंधबद्ध संयोजकों का प्रयोग
संबंधबद्ध संयोजक (Correlative Conjunctions) एक दूसरे के संपेक्ष में संबंधित शब्द होते हैं जो कि संयोजक के रूप में कार्य करते हैं। ये संयोजक विचार, वाक्यांश, या वाक्यों को एक साथ जोड़ने के लिए प्रयुक्त होते हैं और एक-दूसरे के पूरक की भूमिका निभाते हैं। इन संयोजकों का प्रयोग विचारों को पूर्ण करने के लिए किया जाता है और हमें दो विचारों के बीच संबंध स्थापित करने में मदद करता है।
कई प्रकार के संबंधबद्ध संयोजक होते हैं जैसे either…or, neither…nor, not only…but also, both…and, whether…or, as…as इत्यादि। इनमें हर एक का अपना महत्वपूर्ण खासियत होती है जो विचारों को संघटित, सही और संपूर्ण बनाने में मदद करता है।
उदाहरण और कथनों के साथ संबंधबद्ध संयोजकों का प्रयोग
यहां कुछ उदाहरण हैं जिनमें संबंधबद्ध संयोजकों का प्रयोग किया गया है:
1. either…or:
– You can either study for the test or go to the party.
– She can either choose to take the bus or walk to her office.
2. neither…nor:
– He neither smokes nor drinks.
– She neither laughed nor cried at the movie.
3. not only…but also:
– He is not only intelligent, but also hardworking.
– She not only sings beautifully, but also plays the piano.
4. both…and:
– The concert was both exciting and entertaining.
– I want to both travel the world and settle down someday.
5. whether…or:
– I haven’t decided whether to go for a hike or stay home.
– We will go to the beach whether it rains or shines.
6. as…as:
– He is as tall as his father.
– She runs as fast as a cheetah.
संयोगक शब्दों का प्रयोग हेतु टिप्स
संयोगक शब्दों के उचित उपयोग के लिए, निम्नलिखित टिप्स का पालन करना महत्वपूर्ण है:
1. संयोगक शब्दों का उचित चयन करें: संयोगक शब्दों को चुनते समय सभी विचारों को ध्यान में रखना आवश्यक है। एक संयोगक शब्द चुनने से पहले, हमें दो विचारों के बीच संबंध, प्रमुखया पूर्ववत और उत्तर मीमांशा, की आवश्यकता होती है और कैसे ये संयोगक शब्द संघटित करेंगे।
2. संयोगक शब्दों को ध्यानपूर्वक प्रयोग करें: कुछ संयोगक शब्द ध्यान की जरूरत होती है, जैसे either…or, neither…nor, not only…but also, both…and, whether…or, as…as। ये शब्द वाक्य को सही ढंग से संरचित और स्पष्ट बनाते हैं, और लेखक को संवाद को प्रभावशाली बनाने में मदद करते हैं।
3. संयोगक शब्दों का संगठन समझें: कुछ संयोगक शब्द विचारों को संघटीत करने और क्रियाएं स्पष्ट करने के लिए होते हैं। हमें इन संयोगक शब्दों के प्रत्येक पहलू की एकांतता की आवश्यकता होती है, क्योंकि वे हमें अपनी विचार को संबंधित, संघटित, और स्पष्ट रूप में प्रस्तुत करने में मदद करते हैं।
4. वाक्य के आख्यात के साथ संयोगक शब्दों का प्रयोग करें: हम संयोगक शब्दों का उचित उपयोग करके हमारे वाक्य को संपूर्ण और समर्थित बना सकते हैं। संयोगक शब्दों का प्रयोग करके, हम एक सेमंटिक और लॉजिकल रूप से सामर्थ्यवान वाक्य संरचना प्रदान करते हैं जो हमारे विचार और प्रभावशाली संवाद को परिपूर्ण बनाती है।