प्रस्तावना:
जब हम किसी वाक्य को दूसरे व्यक्ति के बयान की योजना में पेश करते हैं, तो उसे “सूचित भाषा” कहा जाता है। सूचित भाषा (Reported Speech) वाक्य का अर्थ और भाषा की प्रक्रिया को संकेतित करती है। यह एक महत्वपूर्ण अध्याय है जो हमें अंग्रेजी व्याकरण की मूलभूत समझ करने में मदद करता है। वहाँ कुछ नियम हैं जिन्हें हमें ध्यान देना चाहिए जब हम सूचित भाषा को समझ रहे हैं।
मुख्य भाग:
सूचित भाषा (Reported Speech) को वाक्य कोश (Verb) के आधार पर दो भागों में विभाजित किया जा सकता है – सीधी भाषा (Direct Speech) और सूचित भाषा (Reported Speech)। सीधी भाषा में, वाक्य की सूचनाओं को बिना किसी परिवर्तन के सीधा प्रस्तुत किया जाता है। जबकि सूचित भाषा में, हम किसी दूसरे व्यक्ति या आत्मनिर्भर व्यक्ति के द्वारा कहे जाने वाले वाक्य को प्रस्तुत करते हैं।
एकल वाक्य (Simple Sentences) या बातचीती वाक्य (Conversation Sentences) में, सूचित भाषा का उपयोग कर उसे एक दूसरे व्यक्ति को प्रस्तुत करते हैं। इसलिए, सूचित भाषा को समझना महत्वपूर्ण है जब हमें बैठकों, संवादों, किताबों, साक्षात्कार या किसी अन्य संवादों के सन्दर्भ में जानकारी देनी हो।
सूचित भाषा बदलने के नियम:
सूचित भाषा बदलने के नियमों को समझने से पहले, हमें यह समझना चाहिए कि सूचित भाषा की कुछ महत्वपूर्ण बातें होती हैं:
- वचन (Tense): सूचित भाषा में यदि किसी वाक्य का वचन पस्त किया जाता है, तो हमें सूचित भाषा को वचन के आधार पर बदलना होगा।
- वक्ता (Speaker): सूचित भाषा में हमें यह जानना चाहिए कि कौन वाक्य किसने कहा है। जब हम उसे सूचित भाषा में बदलते हैं, तो हमें इस बात का ध्यान देना चाहिए कि कौन वाक्य किसने कहा है और उसका स्थान बदला जा रहा है।
- वाक्य प्रकरण (Sentence Structure): सूचित भाषा के अनुसार, हमें वाक्य की प्रकृति का भी ध्यान देना चाहिए। यदि सूचित भाषा को प्रस्तुत करते समय कुछ बदलते हैं, तो उसे संबंधित ढंग पर बदलना होगा।
अब हम इन नियमों को और अधिक विस्तार से समझेंगे:
नियम 1: वचन (Tense)
सूचित भाषा में वचन को बदलते समय, हमें वर्तमानकाल (Present Tense) को भूतकाल (Past Tense), भूतकाल को वर्तमानकाल और भविष्यकाल (Future Tense) को कर्तरी भूतकाल (Past Continuous Tense) में बदलना होगा।
यहां कुछ मामले हैं जो हमें ध्यान में रखने चाहिए:
- सेलेक्टेड संवाद करना:
सीधी भाषा में सेलेक्टेड संवाद को सूचित भाषा में कक्षा-बेस के आधार पर बदला जाता है। यहां हमें सूचित भाषा के संवादी भागों को स्पष्ट करने की आवश्यकता होती है। - वर्तमानकाल (Present Tense) कैसे बदलें:
वाक्य की सूचित भाषा में परिवर्तन करते समय, हमें कक्षा-बेस (Class Base) के आधार पर करना होता है। खोजने के तत्पर और अनुभवशील भावनाएं वर्तमान काल में बने रहते हैं।
नियम 2: वक्ता (Speaker)
सूचित भाषा में वक्ता को बदलते समय, हमें वाक्य की अभिव्यक्ति (Expression) ब्रॉडेस्ट दृष्टिकोण से सूचित भाषा में परिवर्तित करना होगा।
यहां कुछ मामले हैं जो हमें ध्यान में रखने चाहिए:
- सीधी भाषा में पहले:
सीधी भाषा में पहले को सूचित भाषा में बाद में परिवर्तित किया जाता है। - सीधी भाषा में बाद:
सीधी भाषा में बाद को सूचित भाषा में पहले परिवर्तित किया जाता है।
नियम 3: वाक्य प्रकरण (Sentence Structure)
सूचित भाषा में वाक्य प्रकरण को बदलते समय, हमें संवादी वाक्य की सामान्य प्रकृति में शून्यता (इंतीओन) के आधार पर सूचित भाषा को परिवर्तित करना होगा।
यहां कुछ मामले हैं जो हमें ध्यान में रखने चाहिए:
- संबंधित कारण:
जब हमें सूचित भाषा में संबंधित कारण को प्रस्तुत करना होता है, तो हमें सामान्यतः कहानी का प्रकरण अनुकरण करना चाहिए। इसका मतलब है कि हमें संभव होने वाले इंतीओन पर नजर रखनी चाहिए।
नियम 4: संज्ञा (Noun)
सूचित भाषा में संज्ञा को बदलते समय, हमें संज्ञा के आधार पर सूचित भाषा में उसे बदलना होगा।
यहां कुछ मामले हैं जो हमें ध्यान में रखने चाहिए:
- न का उपयोग:
न का उपयोग करते समय, हमें यह ध्यान देना चाहिए कि सूचित भाषा में इसे या तो दूसरे संज्ञा से प्रगट करें या वाक्य की प्रकृति के आधार पर हटा दें।
नियम 5: विशेषण (Adjective)
सूचित भाषा में विशेषण को बदलते समय, हमें संज्ञा मान के आधार पर उसे सूचित भाषा में बदलना होगा।
यहां कुछ मामले हैं जो हमें ध्यान में रखने चाहिए:
- संज्ञा मान:
सूचित भाषा में विशेषण की संज्ञा मान कि आवश्यकता होती है। यह वाक्य की धारण भाषा के संदर्भ में नियमित होता है।
इन नियमों को ध्यान में रखते हुए हम यह समझ सकते हैं कि सूचित भाषा को समझना महत्वपूर्ण है। यह अंग्रेजी व्याकरण की मूलभूत ज्ञान है जो हमें अंग्रेजी में चर्चा या लेख करने की सामर्थ्य प्रदान करता है। ध्यान देने योग्य नियमों को अपना कर, हम सूचित भाषा के लिए सटीक और संगत अनुवाद प्रस्तुत कर सकते हैं।