पर्यावरण (Paryaavaran) – 환경
हमें हमारे पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए।
संरक्षण (Sanrakshan) – 보호
वन संरक्षण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
पुनर्चक्रण (Punarchakran) – 재활용
पुनर्चक्रण हमें प्राकृतिक संसाधनों को बचाने में मदद करता है।
प्रदूषण (Pradushan) – 오염
हवा में प्रदूषण का स्तर बहुत अधिक है।
जैव विविधता (Jaiv Vividhata) – 생물 다양성
जैव विविधता हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण है।
नवीकरणीय ऊर्जा (Naveekaraniya Urja) – 재생 가능 에너지
सौर पैनल नवीकरणीय ऊर्जा का एक स्रोत हैं।
वातावरण (Vatavaran) – 대기
वातावरण में ऑक्सीजन का स्तर महत्वपूर्ण है।
अपशिष्ट प्रबंधन (Apashisht Prabandhan) – 폐기물 관리
अपशिष्ट प्रबंधन से हम पर्यावरण को साफ रख सकते हैं।
स्थायी विकास (Sthayi Vikas) – 지속 가능한 개발
स्थायी विकास के लिए हमें अपने संसाधनों का सही उपयोग करना चाहिए।
जल संरक्षण (Jal Sanrakshan) – 물 보존
जल संरक्षण से हम जल संकट को रोक सकते हैं।
वन्यजीव संरक्षण (Vanyajeev Sanrakshan) – 야생 동물 보호
वन्यजीव संरक्षण से हम विलुप्त होने वाली प्रजातियों को बचा सकते हैं।
पारिस्थितिकी तंत्र (Paristhitiki Tantra) – 생태계
हमारा पारिस्थितिकी तंत्र अत्यंत जटिल और संवेदनशील है।
कचरा प्रबंधन (Kachra Prabandhan) – 쓰레기 관리
कचरा प्रबंधन के द्वारा हम अपने शहर को स्वच्छ रख सकते हैं।
ऊर्जा संरक्षण (Urja Sanrakshan) – 에너지 보존
ऊर्जा संरक्षण से हम ऊर्जा की खपत को कम कर सकते हैं।
이러한 용어들을 통해 환경 보존에 대한 중요성을 더욱 깊이 이해하고, 실천에 옮길 수 있는 기반을 마련할 수 있습니다. 환경을 위한 작은 노력들이 모여 큰 변화를 이루어낼 수 있습니다.