इंग्लिश व्याकरण के नियमों में द्वंद तथा कालों का स्थानिक महत्व होता है। कालों में द्वंद तीन होते हैं – सरल वर्तमान काल (Simple Present), परिपूर्णता कारक वर्तमान काल (Present Perfect), और निरंतर प्रगतिशील क्रियाएं दर्शाने वाली परिपूर्णता-प्रगतिशील काल (Present Perfect Progressive)। इस लेख में हम विशेष रूप से सरल वर्तमान काल और परिपूर्णता-प्रगतिशील काल के बीच में अंतर पर ध्यान देंगे तथा Present Perfect Progressive के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
सरल वर्तमान काल में कार्य का पूरा होने वाला समय दिखाया जाता है, जैसे अभी, रोज, सदैव आदि। इसका उपयोग वास्तविकता, अपनाए जाने वाले सत्य पर बल देने और आम समय-बदल व्यवहार का विवरण करने के लिए किया जाता है। सरल वर्तमान काल के प्रमुख उपयोग हैं:
सरल वर्तमान काल वाक्य की रचना में वाच्य की पहचान कैसे करेंगे? कैसे पता चलेगा कि वाक्य सरल वर्तमान काल में है?
सरल वर्तमान काल में वाक्य की पहचान के लिए निम्नलिखित संकेत देखें:
इसके अलावा, सरल वर्तमान काल के सहायक क्रियाएं सरल वर्तमान काल की पहचान करने में मदद करती हैं। कुछ प्रमुख सहायक क्रियाएं हैं:
परिपूर्णता-प्रगतिशील काल का उपयोग एक क्रिया के प्रगतिशील, क्रमिक तथा अपूर्ण कारण को बताने के लिए किया जाता है। इसका आवास ही क्रिया कर्ता या वाच्य के पश्चात हैं और प्रिय विशेषता की भी मूद्रण करता है। प्रयोग ज्ञान करने की दृष्टि हैं और कार्य की योग्यता पर बल देने से भी फल-फुल्लित होती हैं।
इस काल में, यदि कार्य की प्रगति किसी निर्दिष्ट अवधि तक हुई है, तो इसका प्रयोग किया जाता है। यह काल भविष्य बिंदु द्वारा प्रभावित होने वाले कार्य और स्थिति के साथ भी मिलता है।
परिपूर्णता-प्रगतिशील काल के लिए निम्नलिखित संकेत देखें:
इसके अलावा, परिपूर्णता-प्रगतिशील काल के सहायक क्रिया do, does का उपयोग किया जाता हैं जब हम प्रश्न बनाते हैं या इनकार में उपयोग करते हैं।
सरल वर्तमान काल और परिपूर्णता-प्रगतिशील काल निर्माण तथा प्रयोग में धवलमति रेखा की तरह अलग हैं। दोनों कालों का मतलब तथा इनका प्रयोग भी अलग-अलग हैं।
सरल वर्तमान काल में कार्य के पूरा होने वाला समय दिखाया जाता है, जबकि परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में कार्य की प्रगति और अधूरापन दोनों दिखाया जाता हैं। सरल वर्तमान काल में, हम सामान्य घटनाओं, आम तथा नियमित क्रियाओं की प्रक्रिया के विषय और उसके परिणामों का वर्णन करते हैं। वहीं परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में, हम विशेष क्रियाएं और उनके परिणामों के मूल्याङ्कन के विषय में बात करते हैं।
दोनों कालों की पुनरावृत्ति भी अलग होती हैं। सरल वर्तमान काल में पूर्व-वचन का प्रयोग नहीं होता हैंं, जबकि परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में पूर्व-वचन के बिना कार्य की प्रगति नहीं बताई जा सकती। यहाँ आपको एक उदाहरण के माध्यम से दोनों कालों का अंतर स्पष्ट होगा।
सरल वर्तमान काल: I play football every evening. (मैं हर शाम फुटबॉल खेलता हूँ।)
परिपूर्णता-प्रगतिशील काल: I have been playing football for two hours. (मैंने दो घंटे से फुटबॉल खेल रहा हूँ।)
जैसा कि आप देख सकते हैं, सरल वर्तमान काल में कार्य का पूरा होने वाला समय बताया जाता हैं, जबकि परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में कार्य की प्रगति की जानकारी दी जाती हैं।
इंग्लिश व्याकरण में, सरल वर्तमान काल और परिपूर्णता-प्रगतिशील काल हमेशा के लिए या पस्त काल में कार्य की गणना नहीं करते हैं।
एक और महत्वपूर्ण अंतर हैं कि सरल वर्तमान काल में कार्य नियमित रूप से होने या हासिल किये जाने वाले परिणामों के बारे में बात करते हैं, जबकि परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में कार्य के परिणाम, श्रमरूपीता या क्रियारूपीता के बारे में भी बात करते हैं।
आपको सरल वर्तमान काल में “वाच्य किसका” तथा परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में “वाच्य किसके साथ क्या” के बारे में सोचते रहना चाहिए।
परिपूर्णता-प्रगतिशील काल का उपयोग विभिन्न ढंगों में किया जा सकता है। इसका उपयोग लगातार विकसित हो रही क्रियाओं, घटनाओं या स्थितियों, खुलामखुलाहट, असम्पूर्ण आदि के संदर्भ में किया जाता है। सामान्यतः, परिपूर्णता-प्रगतिशील काल उस समय का उपयोग करता है जब विचार या वक्ता विभाजित और क्रिया विचार में नहीं हैं।
परिपूर्णता-प्रगतिशील काल की उपयोगिता का एक अच्छा उदाहरण हैं “How long have you been studying English?” (तुम इंग्लिश पढ़ रहे हो कितने समय से?)। इस वाक्य में, परिपूर्णता-प्रगतिशील काल का उपयोग इंग्लिश पढ़ने की क्रिया में विवेचना के संदर्भ में किया जाता है। यह वाक्य सीधी रूप से कारण तथा संबंधित क्रियाओं को नहीं बताती हैं, बल्कि कारण तथा संबंधित क्रियाओं के अपूर्ण, अनिश्चितता को दर्शाती हैं।
इसी तरह, परिपूर्णता-प्रगतिशील काल, प्रगतिशीलकरण, बदलाव या पूर्वावलोकन की क्रियाएं देखने के लिए भी प्रयोग की जाती हैं। यह काल एक घटना के समयीय माध्यम को भी दर्शाती हैं।
अब हम परिपूर्णता-प्रगतिशील काल को संदर्भात्मक रूप से कुछ वाक्यों के माध्यम से विस्तार से समझेंगे:
जैसा कि आप देख सकते हैं, परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में क्रिया की प्रगति और सुचना दी जाती हैं। इस योग्यता से हम समय और माप को बता सकते हैं। विशेष रूप से समय के संबंध में प्रयोग करने से यह योग्यता अधिक बारीकीसे प्रदर्शित होती हैं।
इसे बेहद मुद्रमा रूप में समझा जाता हैं कि सरल वर्तमान काल (Simple Present) में क्रिया तथा उसके परिणामों को बताया जाता हैं, जबकि परिपूर्णता-प्रगतिशील काल (Present Perfect Progressive) में क्रिया के पूर्णहोने की सुचना उसकी प्रगती तथा अपूर्णहोने को दर्शाती हैं।
सरल वर्तमान काल में हम घटनाओं को ब्याक्तिगत, निश्चित तथा संभव समयीय ज्ञान के संदर्भ में देखते हैं। इसमें हम घटनाओं को नियमित वाक्य, आम सामान्यता, नैतिकता और प्रमाणिकता के संदर्भ में देखते हैं।
वहीं परिपूर्णता-प्रगतिशील काल समय , संभाव्य तथा पूर्ण तत्वों के बारे में देखती हैं। यह इसलिए होता हैं कि परिपूर्णता-प्रगतिशील काल की स्वरूपता उसमें योग्यतापूर्वक छुपी होती हैं।
परिपूर्णता-प्रगतिशील काल का प्रयोग उस समय में किया जाता हैं जब कर्म विचार या कर्मी शर्मरूपीता में नहीं हैं। इसमें हम आमतौर पर एकांगित बैठक द्वारा शर्मरूपीता, अपूर्णता, क्रिया हेतु कारण, अक्रियता, बदलाव, समय के संबंध में बात करते हैं।
सरल वर्तमान काल और परिपूर्णता-प्रगतिशील काल के उदाहरण:
सरल वर्तमान काल में “I live in New York” अवधि को दर्शाती हैं, जबकि परिपूर्णता-क्रियात्मक काल में “I have been living in New York for 3 years” क्रिया के उपार्जित अवधि को दर्शाती हैं।
समयी अंतरपन (जितने समय में अपरंपन सम्भव नहीं होता हैं) सरल वर्तमान काल के उपयोग के साथ होता हैं, जबकि पूर्णता-प्रगतिशील काल का उपयोग समयी अंतर की गणना करने में किया जाता हैं।
अधिक उदाहरण के लिए इस तालिका का उपयोग करें:
सरल वर्तमान काल | परिपूर्णता-प्रगतिशील काल |
---|---|
I am learning English. | I have been learning English for a month. |
She drinks coffee every morning. | She has been drinking coffee since she woke up. |
They play football on Saturdays. | They have been playing football since the morning. |
उपरोक्त उदाहरण में, सरल वर्तमान काल में क्रिया को नियमित रूप से और परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में क्रिया के पूर्ण होने की जानकारी दी गई हैं।
सरल वर्तमान काल (Simple Present) और परिपूर्णता-प्रगतिशील काल (Present Perfect Progressive) एक दूसरे से अलग होते हैं, तथा सरल वर्तमान काल में क्रिया का पूरा होने वाला समय दिखाया जाता हैं जबकि परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में क्रिया की प्रगती और अपूर्णता दर्शाई जाती हैं। सरल वर्तमान काल और परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में मतलब और प्रयोगों में भी अंतर होती हैं।
यह बहुत महत्वपूर्ण हैं कि हम सही काल का उपयोग करें ताकि हम अपनी बात को स्पष्ट और सही ढंग से संकेतित कर सकें। सरल वर्तमान काल और परिपूर्णता-प्रगतिशील काल को समझने के लिए अध्ययन करने और अभ्यास करने का समय निकालना चाहिए।
शायद आपके मन में ये उठता होगा कि अंग्रेजी व्याकरण के इस कठिन टॉपिक को हिन्दी में समझना और प्रयोग करना क्यों जरूरी है। तो , इसका अद्यावधि जवाब है कि अंग्रेजी भाषा की समझने के लिए अंग्रेजी व्याकरण अनिवार्य है। हिंदी भाषा का भी व्याकरण हमारे लिए उतना ही महत्वपूर्ण है। अंग्रेजी में सही व्याकरण का अर्थ और भाव गलतियों से बचाता है जबकि हिंदी में सही व्याकरण का उपयोग स्पष्ट और सही ढंग से संकेतित करने में मदद करता है।
इंग्लिश व्याकरण का इस्तेमाल सही समय और भाव को स्पष्ट करने एवं व्यवहार में सही क्रियाओं को करते हुए जीवन में महत्वपूर्ण हैं। एक बार जब हमें यह समझ में आ जाता हैं कि तत्व एक-दूसरे से कैसे अलग हैं और ऊपर उनके मतलब क्या हैं तो हमें समय का बेहतर व्यवहार करने में मदद मिलती हैं।
अंत में, सरल वर्तमान काल और परिपूर्णता-प्रगतिशील काल दो भिन्न काल हैं जो इंग्लिश भाषा के व्याकरण के नियमों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। सरल वर्तमान काल में हम वास्तविकता, नियमितता और रवैया दिखाते हैं, जबकि परिपूर्णता-प्रगतिशील काल में हम प्रगति, प्रयासों, परिणामों और अपूर्णता के बारे में बात करते हैं। इसलिए, हमें दोनों कालों का प्रयोग समझना और सही ढंग से करना आवश्यक हैं।
Talkpal एआई-संचालित भाषा शिक्षक है। क्रांतिकारी तकनीक के साथ 57+ भाषाएँ 5 गुना तेजी से सीखें।