प्रस्तावना:
अंग्रेजी व्याकरण में प्रस्तावना वह शब्द होता है जिसे किसी समय, स्थान या साधन में दिखाने या संकेत करने के लिए प्रयोग किया जाता है। प्रस्तावनाओं का उपयोग वाक्यों में संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया आदि के साथ सम्बंध को दिखाने के लिए किया जाता है। इस लेख में हम प्रस्तावनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करेंगे और इसके विभिन्न प्रकारों की व्याख्या करेंगे।
प्रस्तावना क्या है?
प्रस्तावना, उपसर्गों, पोस्टर्गों, अव्ययों या उसके समान हैं, जो किसी और शब्द के साथ संबंध को दिखाने या सुझाने के लिए प्रयोग होते हैं। इन्हे वाक्य के आधार पर उपस्थित या नीर्दिष्ट किया जा सकता हैं। अंग्रेजी व्याकरण में, प्रस्तावनाओं की कुल 150 से अधिक संख्या हैं। ये शब्द विधिमान या योग्यता को दर्शाने के लिए प्रयोग किये जाते हैं।
प्रस्तावना के प्रकार:
प्रस्तावनाओं को दो विभाजनों में बांटा जा सकता हैं: एकवचन (singular) और बहुवचन (plural)। वाक्यों में इस्तेमाल होनेवाले प्रस्तावनाओं को निम्नानुसार वर्गीकृत किया जा सकता हैं:
- साधारण प्रस्तावना
- भूमिकात्मक प्रस्तावना
- संख्यात्मक प्रस्तावना
- सार्वभौमिक प्रस्तावना
- अवचानात्मक प्रस्तावना
साधारण प्रस्तावना:
साधारण प्रस्तावना वाक्य में सुझाव या दिशा देने के लिए प्रयोग की जाती हैं। यह विलोम तथा सामान्य शब्दों के साथ उपयोग होती हैं। कुछ मुख्य साधारण प्रस्तावनाएँ हैं:
- इन (in) – में
- ऑफ (of) – का, कि
- एट (at) – पर, के पास
- ऑन (on) – पर
- टू (to) – को, के लिए
- फ्रॉम (from) – से
- आईंटू (into) – में
- विथ (with) – के साथ
उदाहरण:
इन (in): जॉन में (in) फ्रांस में रहता हैं। (John lives in France.)
ऑफ (of): उसकी किताब उचित (appropriate) नहीं है। (Her book is not appropriate.)
एट (at): सीले (Sealy) जमीन (ground) पर खड़ा है। (Sealy is standing at the ground.)
ऑन (on): किताब मेज (table) पर है। (The book is on the table.)
टू (to): वह स्कूल को (to) जाता है। (He goes to school.)
फ्रॉम (from): मैं भारत से (from) आया हूँ। (I come from India.)
आईंटू (into): वह कमरे में (into) गया। (He went into the room.)
विथ (with): मैं अपने दोस्त के साथ (with) खेलता हूँ। (I play with my friend.)
भूमिकात्मक प्रस्तावना:
भूमिकात्मक प्रस्तावना भूमिका (role) दिखाने के लिए प्रयोग होती हैं। यह सज्जक के साथ प्रयुक्त होती हैं। कुछ मुख्य भूमिकात्मक प्रस्तावनाएँ हैं:
- एस (as) – के रूप में
- अत (at) – पर
- ऑफ (of) – की
- मैं (by) – द्वारा
उदाहरण:
एस (as): वह एक डॉक्टर (doctor) के रूप में (+as) काम करती हैं। (She works as a doctor.)
अत (at): मैं बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर्स (board of directors) पर कार्य करता हूँ। (I work at the board of directors.)
ऑफ (of): वह मेरी बहन (sister) की जगह लेती हैं। (She takes the place of my sister.)
मैं (by): वह यात्रा (journey) ट्रेन (train) द्वारा करती हैं। (She travels by train.)
संख्यात्मक प्रस्तावना:
संख्यात्मक प्रस्तावना संख्या दिखाने के लिए प्रयोग होती हैं। यह संख्याओं के साथ प्रयुक्त होती हैं। कुछ मुख्य संख्यात्मक प्रस्तावनाएँ हैं:
- वन (one) – एक
- टू (two) – दो
- थ्री (three) – तीन
- फ़ोर (four) – चार
- फ़ाइव (five) – पाँच
उदाहरण:
वन (one): वह एक (one) स्कूल (school) में पढ़ता हैं। (He studies in one school.)
टू (two): मेरे पास दो (two) पेंसिल (pencil) हैं। (I have two pencils.)
थ्री (three): उनके पास तीन (three) दोस्त (friends) हैं। (They have three friends.)
फ⼝र (four): मेरे यहां चार (four) कुत्ते (dogs) हैं। (I have four dogs here.)
फ़ाइव (five): उसके पास पाँच (five) किताबें (books) हैं। (She has five books.)
सार्वभौमिक प्रस्तावना:
सार्वभौमिक प्रस्तावना संपूर्णता दिखाने के लिए प्रयोग होती हैं। यह संपूर्णता के साथ प्रयुक्त होती हैं। कुछ मुख्य सार्वभौमिक प्रस्तावनाएँ हैं:
- ओल (all) – सभी
- इवरी (every) – हर एक
- नो(no) – कोई नहीं
- एवर (either) – दोनों
- नीदलेस (needless) – नीलम
उदाहरण:
ओल (all): सभी (all) लोग (people) छुट्टी (holiday) मनाते हैं। (All people celebrate the holiday.)
इवरी (every): हर एक (every) बच्चा (child) पढ़ाई करता हैं। (Every child studies.)
नो (no): कोई नहीं (no) मुझसे बहता हैं। (No one annoys me.)
एवर (either): उनमें से कोई भी (either) विक्टोर या ईमा को वोट नहीं देगा। (Either Victor or Emma won’t vote them.)
नीदलेस (needless): उसका यह काम निरर्थक (needless) हैं। (His work is needless.)
अवचानात्मक प्रस्तावना:
अवचानात्मक प्रस्तावना इनकार (denial) दर्शाने के लिए प्रयोग होती हैं। यह इनकार के साथ प्रयुक्त होती हैं। कुछ मुख्य अवचानात्मक प्रस्तावनाएँ हैं:
- नॉट (not) – नहीं
- नो (no) – नहीं
- नीदलेस (needless) – नीलम
- निधर (neither) – न तो
- नेवर (never) – कभी नहीं
उदाहरण:
नॉट (not): मैं खाना नहीं (not) खाता हूँ। (I do not eat food.)
नो (no): वह नहीं (no) आएगा। (He will not come.)
नीदलेस (needless): उसका यह काम निरर्थक (needless) हैं। (His work is needless.)
निधर (neither): मैंने उसे न तो देखा हैं और न बात की हैं। (I have neither seen him nor talked to him.)
नेवर (never): वह कभी नहीं (never) सोता हैं। (He never sleeps.)
अवाम तत्व:
यहां तक कि, इंग्लिश व्याकरण में प्रस्तावनाओं का बड़ा महत्व होता हैं, चाहे वह वाक्य को पूरा करने की कोशिश करे या यह सुनिश्चित करने के लिए उपयोग होता हैं कि शब्द किसी व्यक्ति, स्थान या वस्तु से संबंधित हैं। इसलिए, प्रस्तावनाओं का अच्छा ज्ञान होना आवश्यक होता हैं जब आप अंग्रेजी व्याकरण को समझने अपनी कौशल को बढ़ाने का प्रयास करते हैं।
नोट: ऊपर दिए गए प्रकारों की संख्या यहाँ ज्यादा हो सकती हैं, इसलिए इनमें कुछ मुख्य प्रस्तावनाएँ उल्लेख की गई हैं।