प्रस्तावना
अंग्रेजी व्याकरण में विभिन्न प्रकार के शब्दों और वाक्यांशों के स्थान पर आधारित नियम होते हैं। एक ऐसा नियम है, ‘विशेषणों’ की प्रक्रिया को निर्दिष्ट करने वाला। विशेषणों की प्रक्रिया, जिसे ‘विशेषण स्थान’ के रूप में जाना जाता है, इसे वाक्यांशों या वाक्यों में सुव्यवस्थित (position) करने का तरीका सिखाता है। इस लेख में, हम विभिन्न प्रकार के ‘विशेषण स्थान’ के बारे में बात करेंगे और किसी वाक्य में विशेषणों को सही स्थान पर रखने की पहचान के बारे में सीखेंगे।
वाक्य के अंत में विशेषण
एक ‘विस्मय परक’ विशेषण को वाक्य के अंत में रखना एक आम नियम है। इस प्रकार के विशेषण में वाक्य का मुख्य विषय (subject) या क्रिया (verb) पर अतीत की घटना और उसके परिणाम की घटना का अवयवित प्रस्तुतीकरण होता है। इसे वाक्य के अंत में रखकर उसे महत्वपूर्णतम स्थान में प्रदर्शित किया जाता है। उदाहरण के लिए :
– He studied hard for the exam yesterday.
– She sang beautifully last night.
नकारात्मक वाक्य में विशेषण
नकारात्मक वाक्य (negative sentence) में विशेषण को इसके पहले या सबसे पहले शब्द के बाद रखना चाहिए। इसका पालन करके, विशेषण की घटना के नकारात्मक असर को दर्शाया जाता है। उदाहरण के लिए :
– He does not often come to school.
– I will never forget our time together.
कार्य (क्रिया) शब्द के पश्चात विशेषण
कार्य (क्रिया) शब्द के बाद विशेषण रखने के नियम परम्परागत भाषाओं में मुख्य रूप से ज्यामिति (sequence) को दर्शाने के लिए स्थापित हुआ है। इस कई अन्य संबंधित भाषाओं की तरह, हम देख सकते हैं कि हिन्दी साहित्य के माध्यम से भी कार्य के बाद विशेषण का उपयोग आम तौर पर किया जाता है। उदाहरण के लिए :
– I ate dinner quickly.
– She read the book carefully.
संयोजन शब्द के पश्चात विशेषण
संयोजन शब्द (conjunction) के उपयोग का उद्देश्य वाक्यों और वाक्यांशों को संयोजित (connect) करना होता है। इससे पहले के नियम के अनुसार, संयोजन शब्द (conjunction) के उपयोग के बाद किसी विशेषण को उपयोग करना एक आम तरीका है। उदाहरण के लिए :
– She is a talented actress and singer.
– He went to the market but forgot to buy groceries.
शब्द समूह के पश्चात विशेषण
शब्द समूह (phrase) के उपयोग से भी विशेषण की स्थिति पर प्रभाव पड़ता है। इस प्रकार का वाक्यांश मुख्य रूप से प्रयोग किया जाता है जब किसी विशेषण को किसी शब्द समूह से पहले प्रदर्शित किया जाना हो, जिससे वाक्यांश का मायने और महत्व सुधारित होता है। उदाहरण के लिए :
– The car is very expensive.
– She spoke quite softly.
आपत्तिजनक वाक्यांश के पश्चात विशेषण
आपत्तिजनक वाक्यांश के बाद विशेषण को प्रयोग करना, विशेषण के असामर्थ्यता या उपेक्षा को दर्शाने के लिए किया जाता है। आपत्तिजनक वाक्यांश को ज्यामिति (sequence) प्रदान करने के लिए विशेषण का उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए :
– She failed her exam, unfortunately.
– The team lost the match, surprisingly.
कुछ विशेषणों के क्रम में परिवर्तन
कुछ विशेषण जिनके बाद के वाक्यांश का प्रभाव बदल जाता है, अगर उनकी स्थिति छांटी जाए तो उनके क्रम में परिवर्तन हो सकता है। उदाहरण के लिए :
– The teacher taught the lesson slowly and carefully.
– The teacher taught the lesson carefully and slowly.
पूर्वसर्ग के बाद विशेषण
अंग्रेजी भाषा में, पूर्वसर्ग (prefix) के बाद विशेषण आता है। विशेषण इस प्रकार के उपयोग के बाद भी अपने दर्शायमान अर्थ को रखता है और वाक्य में सही स्थान पर प्रयोग किया जा सकता है। उदाहरण के लिए :
– She can swim fluently.
– The car is unusually large.
इस लेख में हमने ‘विशेषण स्थान’ के बारे में चर्चा की है और अलग-अलग पदों पर विशेषणों का उपयोग करने का सही तरीका सीखा है। यह जानना महत्वपूर्ण है कि विशेषणों को सही स्थान पर प्रयोग करके हम भाषा को सुंदरता और स्पष्टता के साथ प्रशस्त कर सकते हैं। प्रैक्टिस के माध्यम से आप इस नियम को और अधिक सुविधाजनक बना सकते हैं और वाक्य में सटीकता और अर्थ सुनिश्चित कर सकते हैं।