प्राकाशन सूत्र
व्याकरण की दुनिया में, अंग्रेजी भाषा का एक महत्वपूर्ण अंग है – Auxiliary Verbs (सहायक क्रियाएँ)। इन सहायक क्रियाओं का उपयोग वाक्य के अर्थ, समय और क्रिया की प्रक्रिया को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है। यह आरंभिक माध्यमिक व्याकरण से लेकर उच्चतर स्तर के व्याकरण तक सभी को अंग्रेजी व्याकरण के नियमों को समझने में मदद करता है। इस लेख में हम देखेंगे कि अंग्रेजी व्याकरण में सहायक क्रियाएँ क्या होती हैं, इनके प्रकार क्या होते हैं और इनका उपयोग कहाँ और कैसे किया जाता है।
क्या हैं सहायक क्रियाएँ?
सहायक क्रियाएँ (Auxiliary Verbs) वाक्य में प्रक्रिया को प्रभावित करने वाली मुख्य क्रिया के साथ मिलकर क्रियाएँ होती हैं। ये क्रियाएँ वाक्य के अर्थ, समय और क्रिया की विशेषता को स्पष्ट करने में मदद करती हैं। सहायक क्रियाएँ मुख्य रूप से क्रिया की ताम्रिक रूप को वैयक्तिक साधन के रूप में प्रयोग करती हैं।
सहायक क्रियाओं के प्रकार
अंग्रेजी व्याकरण में सहायक क्रियाओं को चार वर्गों में विभाजित किया जा सकता है:
- Primary Auxiliaries (प्राथमिक सहायक क्रियाएं): इनमें है – ‘be’, ‘have’, ‘do’। ये सहायक क्रियाएं वाक्य की प्रधान क्रिया के साथ जुड़कर उसे प्रभावित करती हैं।
- Modal Auxiliaries (मॉडल सहायक क्रियाएं): ये क्रियाएं वाक्य के अर्थ और पक्ष को स्थापित करने में मदद करती हैं। ‘can’, ‘could’, ‘may’, ‘might’, ‘shall’, ‘should’, ‘will’, ‘would’, ‘must’, ‘ought to’, ‘need to’ इनमें से कुछ माउडल सहायक क्रियायें हैं।
- Primary and Modal Auxiliaries (प्राथमिक और मॉडल सहायक क्रियाएं): कुछ सहायक क्रियायें होती हैं जो प्राथमिक और मॉडल सहायक क्रियाओं के रूप में उपयोग होती हैं।
- Emphatic Auxiliaries (प्रभावशाली सहायक क्रियाएं): ‘do’, ‘did’, ‘does’ इनमें है। ये सहायक क्रियाएं वाक्य को प्रभावशाली बनाने के लिए प्रयोग होती हैं।
प्राथमिक सहायक क्रियाएँ (Primary Auxiliaries)
प्राथमिक सहायक क्रियाएं वाक्य में क्रिया की ताम्रिक रूप को प्रदर्शित करने के लिए प्रयोग होती हैं। ये ताम्रिक रूप वाक्य के अर्थ और काल को स्पष्ट करने में मदद करते हैं। सामान्यतः, इन सहायक क्रियाओं को मुख्य क्रिया के रूप में जड़ने की आवश्यकता होती है।
a) “be” एक व्यापक प्राथमिक सहायक क्रिया है जो क्रिया का समय, व्यक्ति, संख्या और स्वामित्व दिखाती है:
- Present Tense: am, is, are
- Past Tense: was, were
- Future Tense: will be, shall be
उदाहरण:
- I am eating dinner. (मैं रात का खाना खा रहा हूँ।)
- He is a doctor. (वह एक डॉक्टर है।)
- We were at the park. (हम पार्क में थे।)
- She will be here soon. (वह जल्दी ही यहाँ होगी।)
b) “have” एक और प्राथमिक सहायक क्रिया है जो कार्रवाई के समय को दिखाती है:
- Present Perfect Tense: have, has
- Past Perfect Tense: had
- Future Perfect Tense: will have, shall have
उदाहरण:
- I have visited London. (मैंने लंदन घूमा है।)
- She has completed her homework. (उसने अपना होमवर्क पूरा कर लिया है।)
- We had finished our work. (हमने अपना काम पूरा कर लिया था।)
- They will have left by now. (अब तक वे चले जा चुके होंगे।)
c) “do” यह एक अन्य प्राथमिक सहायक क्रिया है जो प्रश्न बनाने और नकारात्मक वाक्य बनाने में प्रयोग होती है:
- Present Tense: do, does
- Past Tense: did
- Future Tense: will do, shall do
उदाहरण:
- Does he play the guitar? (क्या वह गिटार बजाता है?)
- I did not go to the party. (मैं दावत में नहीं गया।)
- She will do her homework tomorrow. (वह कल अपना होमवर्क करेगी।)
मॉडल सहायक क्रियाएँ (Modal Auxiliaries)
मॉडल सहायक क्रियाएं वाक्य को समय, शंका, संभवना और प्रशासनिक क्षमता को स्थापित करने के लिए प्रयोग होती हैं। इनका प्रयोग मुख्य रूप से पूर्व काल, भूतकाल और भविष्यद्वारा क्रिया के ताम्रिक रूप को प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है।
- can/could: संभवतः, क्षमता, स्वाधीनता को दिखाती है।
- may/might: इच्छा, अनुमति, संभवता, संदेह को दिखाती है।
- shall/should: अनुशासन, अनुमति, अभिप्राय को दिखाती है।
- will/would: प्रतिबद्धता, मन की भावना, ठीक-से यकीन के बारे में दिखाती है।
- must: संभवतः, मजबूरी, नियम को दिखाती है।
- need to: आवश्यकता को दिखाती है।
उदाहरण:
- I can swim. (मैं तैर सकता हूँ।)
- She may go to the party. (वह दावत में जा सकती है।)
- Shall we start the meeting? (क्या हम बैठक शुरू करेंगे?)
- He will help you with your homework. (वह तुम्हारी होमवर्क में तुम्हारी मदद करेगा।)
- We must finish this project by tomorrow. (हमें इस परियोजना को कल तक पूरा कर लेना चाहिए।)
- You need to study for the exam. (तुम्हें परीक्षा के लिए पढ़ने की आवश्यकता है।)
Primary and Modal Auxiliaries
कुछ सहायक क्रियायें होती हैं जो प्राथमिक और मॉडल सहायक क्रियाओं के रूप में उपयोग होती हैं। इसमें संभवता, मुख्यता और शंका जैसे तत्त्व शामिल होते हैं।
- ought to: इस्तेमाल किया जाता है जब हम किसी कार्रवाई को अनुशंसा कर रहे होते हैं।
- have to: इस्तेमाल किया जाता है जब हम किसी कर्तव्य की बात कर रहे होते हैं।
- needn’t: इस्तेमाल किया जाता है जब हम कहते हैं कि किसी क्रिया की आवश्यकता नहीं है।
इन सहायक क्रियाओं के परिणामस्वरूप वाक्य नकारात्मक बन सकते हैं। प्रभावशाली सहायक क्रियाओं के साथ उपयोग होने वाले और प्राथमिक और मॉडल सहायक क्रियाओं के विभिन्न प्रकारों को जानने के लिए, इस लेख के अगले भाग को पढ़ें।
प्रभावशाली सहायक क्रियाएँ
प्रभावशाली सहायक क्रियाएं एक प्रभावशाली ध्वनि तत्व जोड़कर वाक्य को मजबूत और प्रभावशाली बनाती हैं। इनमें मुख्य रूप से ‘do’, ‘did’ and ‘does’ शामिल हैं।
- do: इस्तेमाल होती है जब हम किसी क्रिया को प्रभावशाली बनाने के लिए कहते हैं।
- did: पहले काल की कोई साधारण घटना या क्रिया के साथ इस्तेमाल की जाती है।
- does: तीसरे व्यक्तिवचक संख्या (singular) में इस्तेमाल होती है।
उदाहरण:
- Do eat your vegetables. (तुम अपने सब्जियां खाओ।)
- She did go to the concert. (उसने संगीत कार्यक्रम में जरूर गया।)
- Does he speak French? (क्या वह फ्रेंच बोलता है?)
सहायक क्रियाओं का उपयोग
सहायक क्रियाओं का उपयोग न केवल वाक्य को मजबूत बनाने में मदद करता है, बल्कि इनकी सहायता से हम समय, पक्ष, अनुमति, योग्यता, अपार्टमेंट, नियमतानुसारता औरतत्व उसे प्रकट करते हैं। सहायक क्रियाएँ वाक्य में एक विशिष्ट संज्ञा, कार्य, स्थिति, अवसर और अवधि को स्थापित करने में मदद करती हैं।
- वाक्य के अर्थ को स्पष्ट करना: सहायक क्रियाओं के द्वारा वाक्य के अर्थ को स्पष्ट किया जा सकता है। ‘be’, ‘have’, ‘do’, ‘can’, ‘must’ आदि इसमें समाविष्ट होते हैं।
- समय को स्पष्ट करना: सहायक क्रियाएं समय को स्पष्ट करने में मदद करती हैं। ‘be’ सहायक क्रिया सबसे अधिक प्रयोग होने वाली सहायक क्रिया है जो विभिन्न समय को प्रदर्शित करती है।
- क्रिया के रूप को स्पष्ट करना: सहायक क्रिया मुख्य क्रिया के रूप को स्पष्ट करने और इसे ताम्रिक रूप में प्रदर्शित करने में मदद करती है।
- हमें शंका, अनुमति या संभवता को प्रकट करना: ‘can’, ‘could’, ‘may’, ‘might’, ‘shall’, ‘should’, ‘will’, ‘would’, ‘must’, ‘ought to’ आदि सहायक क्रियाएं हैं जो वाक्य में अप्रमाणिकता, संभवता और प्रशासनिक क्षमता को स्थापित करती हैं।
- इच्छा या व्यक्ति की भावना को प्रकट करना: ‘will’ और ‘would’ सहायक क्रियाएं वाक्य में इच्छा या व्यक्ति की भावना को प्रकट करने में मदद करती हैं।
- कार्यक्रम को और व्यवस्थित करना: सहायक क्रिया ‘shall’ व्यक्तिगत बातचीत, अभिप्राय या कार्यक्रम के समय को स्थापित करने में मदद करती है।
- अपार्टमेंट या नियमतानुसारता को स्थापित करना: ‘shall’, ‘ought to’, ‘should’ और ‘must’ सहायक क्रियाएं उदाहरण की लागत, नियम या अपार्टमेंट को कानूनी रूप से स्थापित करने में मदद करती हैं।
संक्षेप में
सहायक क्रियाएं (Auxiliary Verbs) अंग्रेजी भाषा के व्याकरण में महत्वपूर्ण हैं। इनका उपयोग वाक्य के अर्थ, काल, योग्यता और प्रभावशालिता को स्पष्ट करने के लिए किया जाता है। इनके विभिन्न प्रकार, जैसे प्राथमिक सहायक क्रियाएं, मॉडल सहायक क्रियाएं, प्राथमिक और मॉडल सहायक क्रियाएं और प्रभावशाली सहायक क्रियाएं, वाक्य को संरचित और स्पष्ट बनाने में मदद करते हैं। शिक्षार्थी और वक्ता को यह ध्यान देना चाहिए कि कौन सी सहायक क्रिया किस समय और संदर्भ में प्रयोग होनी चाहिए। सहायक क्रियाओं को सही तरीके से समझने और प्रयोग करने के लिए, व्याकरण के सरल और हेल्पफुल नियमों को अध्ययन करना चाहिए।