परिचय
अंग्रेजी व्याकरण में, संबंधक वाक्य एक वाक्यांश होता है जो प्रमुख वाक्य के रूप में कार्य करता है और संबंध सम्बंधित शब्द, संज्ञा या सज्जा के साथ प्रदर्शित होता है। संबंधक वाक्य में ‘जो’ या ‘जिसने’ इत्यादि रूपांतरण शब्द उपयोग करके एक संबंध का उल्लेख किया जाता है। संबंधक वाक्य प्रमुख वाक्य में और उससे संबंधित वाक्य के बीच संबंध स्थापित करने में मदद करता है। यह एक महत्वपूर्ण व्याकरण आवश्यकता है जो हमें वाक्य को सुशुभ और शुद्ध रखने में मदद करती है।
स्वरूप
संबंधक वाक्य दो अंशों से मिलकर बनता है। पहला अंश अस्तित्वात्मक संज्ञा या संज्ञापद होता है, जिसे ‘प्रमुख संज्ञा’ के रूप में भी जाना जाता है। दूसरा अंश प्रमुख वाक्य के रूप में कार्य करता है और संबंधित शब्द, संज्ञा या सज्जा के साथ प्रदर्शित होता है। इसका परिणामस्वरूप होने के कारण, संबंधक वाक्य प्रमुख वाक्य में मुख्यतः द्वन्द्व, उपमेय, सम्बंधक, एवं स्वामी सम्बन्ध वाले प्रकारों में यहाँ तक कि इसकी तुलना वाक्यांश के समानार्थी संज्ञा के रूप में भी कर सकते हैं।
प्रकार
संबंधक वाक्य में कई प्रकार हो सकते हैं जो वाक्य के अनुभाग के रूप में कार्य करते हैं। ये प्रकार हैं –
विशेषणात्मक संबंधक वाक्य (Adjective Relative Clauses) – इस प्रकार के संबंधक वाक्य में क्रियात्मक या अक्रियात्मक वेब के साथ द्वन्द्व, या संदर्भ की तुलना, या उपमेय या सामान्य संज्ञा के समानार्थिक संज्ञा का उपयोग होता है।
संज्ञात्मक संबंधक वाक्य (Defining Relative Clauses) – इस प्रकार के संबंधक वाक्य में श्रेणी, जाति, प्रकृति, बारे में अतिरिक्त जानकारी प्रदान करते हैं जिन्हें स्वत: प्रभुत्व संबंधी संज्ञा या संज्ञापद के रूप में भी जाना जाता है।
अवयव संबंधक वाक्य (Attributive Relative Clauses) – इस प्रकार के संबंधक वाक्य में आपुर्य आजादी संबंधी संज्ञा या संज्ञापद के रूप में जिसकी आवश्यकता हो, उसका अपादान किया जाता है।
कार्य संबंधक वाक्य (Adverbial Relative Clauses) – इस प्रकार के संबंधक वाक्य में क्रियाविशेषण, क्रिया योग्य, या अस्तित्वात्मक नुस्खा के रूप में द्वन्द्व संज्ञापद के संपर्क में शेष संज्ञा या संज्ञापद के मुख्यतः विधि या समय संबंधी संज्ञा का वर्णन किया जाता है।
उदाहरण
विशेषणात्मक संबंधक वाक्य (Adjective Relative Clauses) के उदाहरण –
- यह घर वहाँ बसने वाले परिवार की है। (परिवार जिस घर में वस्त्र है, वहाँ बसता है।)
- कृपया मेरे साथ बैठने वाली उस महिला के प्रतीक्षा करें। (उस महिला जो मेरे साथ बैठने के लिए प्रतीक्षा कर रही है।)
- वह उच्चतम दर्जे के कला के छात्र है। (वो कला जो उच्चतम दर्जे का है।)
- मेरे पास एक बहुत प्यारा कुत्ता है जो खेलने और खुद रहने का बहुत शौक रखता है। (कुत्ता जिसे खेलने और खुद रहने का शौक है।)
संज्ञात्मक संबंधक वाक्य (Defining Relative Clauses) के उदाहरण –
- स्कूल जहाँ मैं पढ़ाई करता हूँ बहुत बड़ा है। (वह स्कूल जिसमें मैं पढ़ाई करता हूँ।)
- उस शहर में एक बड़ा अस्पताल है जहाँ मेरी माता जी काम करती हैं। (अस्पताल जिसमें मेरी माता जी काम करती हैं।)
- मेरा दोस्त, जिसके पास केमिस्ट्री में गहरी रुचि है, एक वैश्विक खोज कर रहा है। (दोस्त जिसके आदमी में केमिस्ट्री में गहरी रुचि है।)
- ब्रिटेन उस देश का नाम है जिसमें लंबे समय तक साम्राज्यता चली। (देश जिसमें लंबे समय तक साम्राज्यता चली।)
अवयव संबंधक वाक्य (Attributive Relative Clauses) के उदाहरण –
- यह किताब ऐसी है जिसे मैंने हाल ही में खरीदा है। (किताब जिसे मैंने हाल ही में खरीदा है।)
- मेरे बच्चों को उनकी पसंदीदा खाने वाली लड़की ने रुग्णालय में खाना खिलाया। (लड़की जिसे मेरे बच्चे पसंद करते हैं ने रुग्णालय में खाना खिलाया।)
- वह गाय ऐसी है जिसकां मैं दुग्ध प्राप्त करता हूँ। (गाय जिसकां मैं दुग्ध प्राप्त करता हूँ।)
- मेरे गिलास वह है, जिसके तुतले हर बार टॉप करते हैं। (गिलास जिसके तुतले हर बार टॉप करते हैं।)
कार्य संबंधक वाक्य (Adverbial Relative Clauses) के उदाहरण –
- वह दिन जब मैंने अपने परिवार को देखा, एक खुशहाल दिन था। (दिन जब मैंने अपने परिवार को देखा।)
- हम गाड़ी चलाते हैं जब रेलवे स्थानक पर देर से पहुंच जाती है। (रेलवे स्थानक पर देर से पहुंच जाने पर)
- आप कभी नहीं रोयेंगे जब आपके परिवार में हर वक्त आपका साथ होगा। (परिवार सदैव आपके साथ होने पर)
- तुम कैसे सोए जब खिड़की खुली रही? (तुम नींद में जगाने पर)
इस तरह संबंधक वाक्य का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण होता है जो वाक्यांश को पूरी करने के लिए उपयोगी है। इसकी सही उपयोग करने से हमें स्पष्ट और शुद्ध भाषा का उपयोग करने में मदद मिलती है। संबंधक वाक्यों के ज्ञान के बिना हम किसी वाक्यांश का ठीक से समर्थन नहीं कर सकते हैं और अपनी बात को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित नहीं कर सकते हैं। संबंधक वाक्य प्रमुख वाक्य में उधारन, विवरण, विदभिति, ग्राहकत्व इत्यादि के संबंध में ज्ञात कराने के लिए सही होता है।