في التعبير عن المشاعر والعواطف، تتميز كل لغة بقدرتها الفريدة على تصوير الحالات النفسية والعاطفية للأفراد. اللغة الهندية أيضاً غنية بالمفردات التي تعكس ثقافتها وتقاليدها. سنستعرض في هذه المقالة بعض الكلمات الهندية المعبرة عن العواطف المختلفة مع تعريفات لهذه المفردات وأمثلة من الاستخدام اليومي.
ख़ुशी (Khushi)
السعادة
मुझे नए कपड़े मिलने की ख़ुशी हुई।
दुःख (Dukh)
الحزن
उसकी आँखों में दुःख साफ़ नज़र आ रहा था।
प्रेम (Prem)
الحب
प्रेम कभी नहीं मरता, यह हमेशा जीवित रहता है।
क्रोध (Krodh)
الغضب
उसने क्रोध में आकर दरवाज़ा ज़ोर से बंद कर दिया।
डर (Dar)
الخوف
अंधेरे में उसे बहुत डर लगता है।
उत्साह (Utsah)
الحماس
नई परियोजना के लिए उनका उत्साह देखने लायक था।
निराशा (Nirasha)
الإحباط
नतीजे के बाद उसके चेहरे पर निराशा के भाव थे।
आत्मविश्वास (Aatmvishvas)
الثقة بالنفس
सफलता के लिए आत्मविश्वास बहुत आवश्यक है।
भय (Bhay)
الرهبة
उसकी कहानियों में भय का अनुभव सजीव होता है।
अचंभा (Achambha)
الدهشة
जादू की चाल देखकर सभी को अचंभा हुआ।
घृणा (Ghrina)
الكراهية
घृणा और प्रेम एक ही सिक्के के दो पहलु हैं।
जिज्ञासा (Jigyasa)
الفضول
बच्चों में प्राकृतिक जिज्ञासा होती है।
शांति (Shanti)
السلام
उसका घर बहुत शांति से भरा हुआ है।
आश्चर्य (Aashcharya)
الاندهاش
उन्हें वह खबर सुनकर आश्चर्य हुआ।
हताशा (Hatasha)
اليأس
हर परीक्षा में असफल होने पर उसे हताशा हुई।
अभिमान (Abhiman)
الكبرياء
अच्छे परिवार में जन्म लेने पर उसे अभिमान होता है।
संतोष (Santosh)
الرضا
जीवन में संतोष होना बहुत जरूरी है।
लज्जा (Lajja)
الخجل
सबके सामने गलती होने पर उसे बहुत लज्जा आई।
मोहब्बत (Mohabbat)
العشق
मोहब्बत एक खूबसूरत एहसास है।
विश्वास (Vishwas)
الإيمان
विश्वास के बिना कोई भी रिश्ता नहीं चल सकता।
तरस (Taras)
الشفقة
उस बच्चे को देखकर मुझे बहुत तरस आया।
بهذا نختتم جولتنا في عالم العواطف والمشاعر باللغة الهندية، ونأمل أن يكون التعرف على هذه الكلمات قد أتاح للقارئ الكريم فرصة لمعرفة كيفية التعبير عن مشاعر مختلفة بلغة جديدة وثقافة تعتبر من أغنى الثقافات في العالم. ومن خلال ممارسة وحفظ هذه المفردات، يمكن تعزيز مهارة التواصل وفهم النصوص والأحاديث بشكل أفضل.